नदी का पानी मीठा होता है,
क्योंकि वो पानी देती रहती है सागर का पानी खारा होता है,
क्योंकि वो हमेशा लेता रहता है नाले का पानी हमेशा दुर्गंध देता है क्योंकि वो रूका हुआ होता है. यही जिंदगी है देते रहोगे तो सबको मीठे लगोगे, लेते रहोगे तो खारे लगोगे और अगर रुक गए तो सबको बेकार लगोगे।
- ये कोई रिवाज़ थोड़े हैं कि, मैं ही आऊं शहर तेरे,
तू भी थोड़ी जुर्रत कर, और आजा मेरे ख्वाबों में! - शब्द और सोच दूरियां बढा देते है
क्योंकि कभी हम समझ नहीं पाते,
और कभी समझा नही पाते…!!